नई दिल्ली के प्रगति मैदान में सोमवार को शुरू हुए चौदह दिवसीय 36वें भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थान मंडप दर्शकों में आकर्षण का केन्द्र रहा। राजस्थान की बहुरंगी कला, संस्कृति, समृद्ध इतिहास और परम्परागत हस्तशिल्प की झलक के रूप में सजाये संवारे गये मंडप के मुख्य द्वार के सामने निर्मित मुख्य थीम एरिया में जोधपुर के मेहरानगढ़ किले के स्वर्ण मंडित फूल महल का झरोखा, जिसके पीछे मोती महल की बहुरंगी शीशा जड़ित दीवार की मनमोहक प्रतिकृति के समक्ष दर्शक सेल्फी लेते हुए नजर आये। मंडप निदेशक श्री रवि अग्रवाल ने बताया कि व्यापार मेले की ”डिजीटल इंडिया“ थीम के अनुरूप के डिजीटल राजस्थान से संबंधित ’राजनेट‘ के स्टॉल पर आगंतुकों द्वारा जहां एक ओर जानकारी लेते हुए देखा गया, वहीं दूसरी ओर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग और पर्यटन विभाग द्वारा लगाई गई द्वारा राज्य में विकास योजनाओं और पर्यटन स्थलों को दर्शाती चित्र प्रदर्शनी को दर्शकों ने सराहा। उन्होंने बताया कि मण्डप की प्रथम मंजिल पर बनाये गये ‘सेल एरिया’ में राजस्थान एम्पोरियम ’राजस्थली‘ द्वारा राजस्थानी प्रिंट की साड़ियॉ और अन्य फ्रैबिक्स के साथ ही विश्व प्रसिद्ध जयपुरी रजाईयॉ, शेखावाटी, किशनगढ़, उदयपुर जोधपुर और बाड़मेर का कलात्मक फर्नीचर, जैम्स एवं ज्वैलरी, थेवा कला, मार्बल आईटम्स, राजस्थानी चूड़ियाँ, जूतियाँ, मोजड़ियां और अन्य अनेक प्रकार की कलात्मक एवं हस्तशिल्प वस्तुओं के स्टॉल्स पर भी दर्शकों की भीड़ रही। श्री अग्रवाल ने बताया कि मण्डप के पृष्ठ भाग में राजस्थान के स्वादिष्ट व्यंजनों में मशहूर तिल पापड़ी, बीकानेर की नमकीन-भुजिया-पापड़, आचार, सुपारी आदि के साथ ही राजस्थान के अन्य व्यजनों के स्टॉल्स पर दर्शक खरीदारी करते हुए नजर आये। 20 नवम्बर को राजस्थान दिवस
प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी प्रगति मैदान में 20 नवम्बर को राजस्थान दिवस मनाया जायेगा और इस अवसर पर राज्य के पर्यटन विभाग द्वारा प्रगति मैदान के हंस ध्वनि ऑपन एयर थियेटर पर रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जायेगा। जिसमें राजस्थान के हर क्षेत्र से आने वाले लोक कलाकार अपनी कला एवं संगीत का जादू बिखेरेगें।
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