राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव ‘‘चाइल्ड अचीवर्स’’ बच्चों ने साझा किये संस्मरण

जयपुर में चल रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को भी बच्चों से जुड़ीं और उनके विषयों पर केन्दि्रत फिल्मों के साथ एमिनेशन एवं कार्टून फिल्मों का प्रदर्शन, बच्चों के लिए फिल्म मेकिंग विषयों पर कार्यशालाओं और खुली चर्चा का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों ने भी बढ-चढ कर हिस्सा लिया। स्थानीय जवाहर कला केन्द्र में ‘‘चाइल्ड अचीवर्स शेयरिंग देयर विव्युस ऑन चिल्ड्रन फिल्म एण्ड मीडिया’’ पर ओपन फोरम में खुली चर्चा का आयोजन किया। बाल चित्र समिति के अध्यक्ष एवं शक्तिमान फेम श्री मुकेश खन्ना एवं बालचित्र समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री श्रवण कुमार ने विलक्षण प्रतिभा के धनी बच्चों से उनकी उपलब्धियों और संस्मरण के बारे में गहरायी से बातचीत की वहीं अलग-अलग हुनर से संबंध रखने वाले प्रतिभा सम्पन्न बच्चों ने भी अपनी उपलब्धियों के सफर को रोचक अंदाज में प्रस्तुत किया। किसी भी राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में ऎसा पहली हुआ है कि ओपन फोरम कार्यक्रम में ‘‘चाइल्ड अचीवर्स’’ प्रतिभाशाली बच्चों ने स्वयं हिस्सा लिया। प्रतिभागी बच्चों ने अपने अनुभव उपस्थित बच्चों और उनके माता-पिताओं के साथ बांटे। छः वर्षीय मनन सूद जिन्हें प्यार से गूगल बॉय भी कहा जाता है ने अपने सामान्य ज्ञान की जानकारी से सबको अचंभित कर दिया, वहीं 9 वर्ष की लाछी प्रजापत, जो ‘‘गोल्डन गर्ल’’के नाम से भी जानी जाती है और जिन्हें दुनिया की सबसे छोटी साहित्यकार माना जा सकता है ने भी चर्चा में अपने साधारण लड़की से ‘‘गोल्डन गर्ल’’ बनने की यात्रा को दर्शकाें से साझा किया। लाछी का नाम गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज है और इस बालिका को कई राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। इन्होंने अपनी लिखी पुस्तक ‘‘सिट अवाइल वीड मी’’ के बारे में भी बताया। ओपन फोरम में जयपुर घराने की कथक बाल नृत्यांगना जयति मुखर्जी ने अपने नृत्य प्रदर्शन से सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। जयति का मानना है कि स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ कला जगत के विभिन्न आयामों की जानकारी भी देनी चाहिए। ‘‘गूगल गर्ल’’ और ‘‘नोलेज गर्ल’’ के नाम से जानी जाने वाली बालिका ज्योतिका चटनानी ने सामान्य ज्ञान में अपनी विशेष कला को प्रस्तुत किया। प्रतिभाशाली छात्रा, रतिका शर्मा ने अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा का परिचय देते हुए राजस्थान को पीने के पानी के संकट से बचाने के अपने विशेष प्रोजेक्ट के बारे में बताया। रतिका केमिकल इंजीनियर बनना चाहती है। बाल चित्र समिति के अध्यक्ष और जाने माने सिनेमा, टी.वी कलाकार श्री मुकेश खन्ना ने ओपन फोरम में बच्चों के साथ खुलकर चर्चा की और उन्हें बताया कि बच्चे अलग-अलग क्षेत्रों में अपने टेलेन्ट को मांजते रहें लेकिन इन सब के साथ अपनी शिक्षा को भी विद्यिवत् चालू रखें। अच्छी शिक्षा के बिना सब व्यर्थ है। ‘‘ शक्तिमान’’ फेम श्री मुकेश खन्ना ने जयपुर में हो रहे राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव को राजस्थान के लिए एक बडी उपलब्धि बताते हुए कहा कि जयपुर में ऎसे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय आयोजनों के होने की भरपूर सम्भावना है। इस समारोह से बच्चे खुश हैं, अभिभावक खुश हैं, यही इस फेस्टिवल की उपलब्धि है। बालचित्र समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री श्रवण कुमार ने लाछी प्रजापत की लिखी किताब पर फिल्म बनाने का जिक्र करते हुए कहा कि बच्चों की फिल्में बच्चों के द्वारा भी बनवाई जानी चाहिए। ओपन फोरम के सूत्रधार जाने -माने शिक्षाविद श्री उज्जवल कुमार चौधरी ने प्रतिभागी बच्चों से रोचक अन्दाज में सवाल पूछे और उनके बाल सुलभ विचारों को समझा।
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