नए ऑनलाइन प्‍लेटफार्म लघु फिल्‍मों को प्रदर्शित करने के लिए नए अवसर उपलब्‍ध कराएंगे


आज गोवा में भारतीय अंतरराष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह के दौरान मीडिया के साथ बातचीत करते हुए सुश्री जुडी ग्‍लैडस्‍टोन ने कहा कि भारत में यह उनका दूसरा अवसर है और उन्‍हें आईएफएफआई के 47वें संस्‍करण में कुछ विश्‍व स्‍तरीय और उत्‍कृष्‍ट फिल्‍मों को देखने का सौभाग्‍य प्राप्‍त हुआ है। उन्‍होंने उत्‍कृष्‍ट फिल्‍मों की अवधारणा की सराहना की जोकि सीखने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। उन्‍होंने कहा कि उनकी विशेषज्ञता लघु फिल्‍मों में है और लोग विभिन्‍न कारणों से लघु फिल्‍में बनाते हैं। उन्‍होंने कहा कि वह इस देश में उत्‍कृष्‍ट और नवप्रवर्तक कलाकारों के कार्य को प्रोत्‍साहित करने को लेकर रोमांचित हैं।
जुडी ग्‍लैडस्‍टोन को उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए डब्‍ल्‍यूआईएफटी क्रिस्‍टल पुरस्‍कार, लीडरशिप/ मोनीटरिंग में उत्‍कृष्‍टता के लिए वीमेन इन कम्‍युनिकेशंस पुरस्‍कार तथा फीमेल आई फेस्टिवल में मैवरिक ऑफ द ईयर पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया जा चुका है।
सुश्री जुडी ग्‍लैडस्‍टोन कनाडा की फिल्‍मों एवं वीडियो को प्रस्‍तुत करने के लिए समर्पित एक द्विभाषी एसवीओडी की सीईओ हैं जिसकी स्‍थापना कोएलिशन ऑफ कनाडियन इंडेपेंडेंट मीडिया आर्ट्स डिस्ट्रिब्‍यूटर्स द्वारा की गई है।
श्री रमेश टेकवाणी ने कहा कि जुडी के पास भीड़ में भी किसी प्रतिभा को देख लेने तथा पहचान लेने और अनगढ़ हीरे को प्राप्‍त कर लेने की अदभु्त शक्ति है जिसे बाद में उद्योग के रत्‍नों के रूप में आकार दिया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि लघु फिल्‍मों का निर्माण प्रेरणा से जुड़ा है जो कहीं से भी प्राप्‍त हो सकती है। उन्‍होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के युग में लघु फिल्‍मों को यात्रा करने के दौरान भी देखा जा सकता है और उसका आनंद लिया जा सकता है।
दुनिया भर में लघु फिल्‍मों की लोकप्रियता के मुद्धे पर जुडी ग्‍लैडस्‍टोन ने कहा कि बड़े पैमाने पर लोगों को लघु फिल्‍में दिखाने के लिए एक मंच को पाना कठिन है। श्री रमेश टेकवाणी ने कहा कि ऐसे ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म हैं जहां विचारों को पोस्‍ट किया जा सकता है और बेहतर संभावनाएं प्राप्‍त की जा सकती हैं। जुडी ग्‍लैडस्‍टोन ने इस बारे में कहा कि ऐसे भी कई ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म हैं जो न्‍यूनतम लागत पर उपलब्‍ध हैं।
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